Swami Vivekanand Samiti is a committee under Hindi Cell (Shri Mata Vaishno Devi University). The objective of this committee is to spread Vedanta, language, scriptures and Indian tradition among students and university family. Following the path of Swami Vivekanand, the foundation of a brilliant and influential personality like him is to be laid in the youth so that they can prove useful for the benefit of the nation and society. Monks, Professors and Literary figures from the prestigious institutions of the country are associated with this committee, which makes this committee more effective.
"स्वामीजी ने पूर्व और पश्चिम, धर्म और विज्ञान, अतीत और वर्तमान को समन्वित किया इसलिए वे महान हैं। उनके उपदेशों से हमारे देशवासियों ने अभूतपूर्व आत्म-सम्मान, आत्म-निर्भरता और आत्म-प्रवर्तन प्राप्त किया है।"
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस"यदि आप भारत को जानना चाहते हैं, तो विवेकानंद का अध्ययन करें। उनमें सब कुछ सकारात्मक है और कुछ भी नकारात्मक नहीं।"
-गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर"I am proud to belong to a religion which has taught the world both tolerance and universal acceptance."
- Swami Vivekanand,"मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं, जिसने दुनिया को सहनशीलता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है।"
- स्वामी विवेकानंद,Read Full Speech here
Swami Vivekanand
जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए, नहीं तो लोगों का विश्वास उठ जाता है।
- स्वामी विवेकानंद